14.12.2016, इटारसी म संगीत नाटक अकादमी कोति ले 5 दिन के ‘देशज’ कार्यक्रम के शुभारंभ मध्य प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष सीता सरन शर्मा ह करिन। नगर पालिका इटारसी अउ संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली के संघरा आयोजन म पांच दिनों तक कई प्रदेश के कलाकार मन अपन प्रस्तुती देहीं। 14 दिसम्बर के दिन पांच राज्य के समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के दर्शन इटारसी म होईस। इटारसी के सांस्कृतिक इतिहास म येकर रंगारंग उदघाटन के संग गांधी मैदान के मुक्त आकाश म बने मंच म देश के पांच राज्य के लोक कलाकार मन के प्रस्तुति ह उपस्थित हजारों दर्शक मन ल जाड़ के बावजूद बांधे रखिस। करीब ढाई घंटा के सधेे प्रस्तुति म छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, तमिलनाडु अउ उत्तराखंड के लोक कलाकार मन अपन क्षेत्रीय संस्कृति के प्रदर्शन करिन। सबले पहिली छत्तीसगढ़ के चंदैनी गोंदा के लोक कलाकार मन आतेच लोगन मन के मन मोह लीन। ठेकवा, राजनांदगांव के खुमान लाल साव अउ उखंर ग्रुप ह छत्तीसगढ़ के पारंपरिक नृत्य अउ गीत के प्रस्तुति दीन। ‘जय हो जय सरसती दाई…’ अउ ‘भजो मन गनपति महराज …’ के पाछू करमा अउ ददरिया नृत्य गीत के प्रस्तुति दीन जेमा अड़बड़ ताली बजिस। संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार ले सम्मानित खुमान लाल साव के डॉ. शर्मा ह अभिनंदन घलव करिन। येकर पाछू महाराष्ट्र के लोक जागृति संस्था ह दंडार नृत्य प्रस्तुत करिन। कार्यक्रम के पाछू चंदैनी गोंदा ग्रुप के कलाकार मन के सम्मान एमजीएम कालेज के प्राचार्य प्रो.व्ही.के. सीरिया मन करिन।
कार्यक्रम के बाद खुमान साव अउ उंखर कलाकार मन संग फोटू खिंवाये खातिर दर्शक मन झूम गए। अइसे अक्सर फिल्मी कलाकार मन बर देखे जाथे फेर इटारसी के संगीत प्रेमी रसिक मन के मया ल देख के कलाकार मन गदगद होगे। उंहा के समाचार-पत्र मन छत्तीसगढ़ के प्रस्तुति ल सराहत लिखिन के छत्तीसगढ़ के कलाकार मन नृत्य विधा ले लोक संस्कृति मुखरित होईस, छत्तीसगढ़ अंचल के नृत्य मन म अभिव्यक्ति के अलग भाषा दिखिस अउ नृत्य के माध्यम ले सुघ्घर भावना के आदान-प्रदान होईस जेला दर्शक मन महसूस करिन। छत्तीसगढ़ी गीत मन म श्रृंगार रस के अईसे झरना फूटिस मानों निर्मल भाव प्रस्फुटित होवत हे।
अतेक ऐतिहासिक खभर दे खातिर आप ला धन्यवाद।
बहुत सुग्ग्गर हमर धरोहर अउ संस्कृति ल बजाय बर जरुरी है
छत्तीसगढ़ी लोक कला के युगपुरुष खुमान साव जी के चंदैनी गोंदा छ ग के माटी के महक ल चारो दहर बरावत हवय । उन ल बधाई अउ शुभकामना